रसड़ा। मानव उत्थान सेवा समिति शाखा कोटवारी के तत्वाधान में स्वतंत्रता दिवस और सुयश जी महाराज का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। जिसमे बलिया आश्रम की प्रभारी साध्वी भागीरथी बाई जी तथा मऊ आश्रम के प्रभारी महात्मा सारधानंद जी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में भागीरथी बाई जी ने उन वीर सपूतों को याद करते हुए कहा वीर सपूत वही होते है,जो अपनी जान की बाजी लगाकर वतन की रक्षा करते है। इसके साथ ही सुयश जी महाराज की दीर्घायु होने की कामना की, कि ऐसे ही सत्य के मार्ग पर हमेशा अग्रसर रहे और पूरे जनमानस को आत्मतत्व का बोध कराते रहे।तत्पश्चात महात्मा सारधानंद जी ने कहा की हमारा शरीर पंच तत्वों से मिलकर बना है,और इसके अंदर मे प्रकाश स्वरूप परमात्मा बैठा हुआ है।जब जीव को सदगुरु का सानिध्य प्राप्त होता है तब उसकी अंतर्जगत यात्रा शुरू होती है।तब जीव साधना के पथ पर आगे बढ़ते हुए परमगति को प्राप्त करता है। इसी बीच भजनों का भी कार्यक्रम चलता रहा।इस कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में प्रेमी भक्त उपस्थित रहे,जिसमे सहादुर राम,अशोक वर्मा, कृष्णा जी, डा.गौतम शर्मा,संजय, विनय, प्रद्युम्न,कन्हैया गुप्ता,तुलसी राम,अरविंद,ऊषा तिवारी,विंध्याचल,सूरज,सूर्यप्रकाश,ऊषा,सिंह,रंभा,आदि रहे,उसके बाद भंडारे का भी आयोजन हुआ।