रिपोर्ट संजय भारती
डीडीओ ने सचिव का ट्रांसफर आर्डर स्थगित करने से चुनाव आयोग के निर्देशों की उड़ी धज्जियां
पीलीभीत: ग्राम्य विकास विभाग में विकासखंड पूरनपुर में 7 साल से अधिक समय से जमें सचिव विजय कुमार ट्रांसफर के बाद फिर नए स्तर से ब्लॉक में वापस आए।जिससे चुनाव आयोग के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई गई।सचिव पर माननीय की मेहरबानी के चलते 7 वर्षों से अधिक एक ही ब्लॉक में जमे सचिव का ट्रांसफर दो बार हो गया था। लेकिन सीडीओ को वापस लेना पड़ा।ग्राम ग्राम विकास अधिकारी विजय कुमार विकासखंड पूरनपुर में लगभग 7 वर्षों से तैनात है इनका ट्रांसफर कई बार किया गया लेकिन हर बार वापस करा लिया इस बार भी किया गया लेकिन माननीय सचिव पर इतने मेहरबान हैं के ट्रांसफर आदेश स्थगित करना पड़ा और मलाईदार ग्राम पंचायतों में कराने के लिए अधिकारी प्रस्ताव तैयार किए हैं।
चुनाव आयोग के निर्देशन पर जिले के सभी विभागों में कई वर्षों से जमे कर्मचारियों का तबादला किया गया। जिसमें जनपद के 25 सचिवों का तबादला 30 अक्टूबर 2021 को किया गया। इनको एक दूसरे ब्लॉक में ट्रांसफर किया गया। जिसमें विकासखंड पूरनपुर के ग्राम विकास अधिकारी विजय कुमार भी शामिल थे।लेकिन माननीय की मेहरबानी इतनी रही सचिव पर की 15 नवंबर 2021 को उनका ट्रांसफर आर्डर स्थगित कर दिया गया। इस प्रकरण से चुनाव आयोग के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई गई।
ब्लॉक मे कई सचिव ऐसे हो जो एक ब्लॉक में 5 से 7 सालो़ से जमें है।अधिकतम एक ब्लॉक में तीन साल रहने की इजाजत है। गैटिंग-सेंटिग में माहिर होने से वह अपने पंसदीदा ब्लॉक नही छोड़ना चाहते है।7 साल बाद ट्रांसफर होने के बाद भी सचिव विजय कुमार की इतनी तगड़ी सेटिंग है कि ट्रांसफर आदेश स्थगित करा कर अपनी मनपसंद ब्लॉक पूरनपुर में 15 दिन में ही वापस आ गए हैं। सूत्र बताते है कि विजय कुमार से भ्रष्टाचार को लेकर कई बार रिकवरी भी हो चुकी है।सिद्ध नगर व शेरपुर कला एवं पूरनपुर देहात मेें विकास कार्यो को कराये बिना निकाले लाखों रूपये जिस पर इन पंचायतों से इनसे रिकवरी कराई गई थी।ब्लॉक में ट्रांसफर के बाद वापस आने से चुनाव आयोग के आदेश की धज्जियां उड़ाई गई है। अब देखना यह है कि चुनाव आयोग व उच्च अधिकारी इन पर किया कार्रवाई करते हैं।