प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अलीगढ़ के साथ प्रदेश तथा देश को दो बड़े तोहफे दिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को अलीगढ़ में दो घंटे के कार्यक्रम में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के साथ ही उत्तर प्रदेश डिफेंस कारिडोर के अलीगढ़ नोड की कार्य प्रगति की समीक्षा भी की। प्रधानमंत्री ने अपने 40 मिनट के संबोधन में युवाओं को प्रेरणा देेने के साथ उनमें जोश भी भरा। प्रधानमंत्री आगरा एयरपोर्ट पर विशेष प्लेन से उतरने के बाद हेलीकॉप्टर से अलीगढ़ पहुंचे।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान वहां पर मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को नमन करने के साथ ही उनकी कमी को काफी महमूस किया। पीएम मोदी ने युवाओं को राजा महेन्द्र प्रताप सिंह से परिचित कराने के साथ ही अलीगढ़ की महत्ता पर भी प्रकाश डाला। सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्य की काफी प्रशंसा करने के साथ ही कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश का माहौल बना तो बड़ी संख्या में निवेशक आने लगे। जिससे कि देश का गौरव बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने ओडीओपी के तहत तालों व हार्डवेयर को नई पहचान दिलाने का काम किया है। इससे उद्योगों व एसएमएसई को विशेष लाभ होगा, अगले कुछ सालों में 900 करोड़ रुपया निवेश होगा। यूपी डिफेंस कारिडोर बड़े निवेश व रोजगार के बड़े अवसर लेकर आ रहा है यह तब होता है, जब निवेश के लिए जरूरी माहौल बनता है।

20वीं सदी की गलतियों को 21वीं सदी का भारत सुधार रहा

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज अलीगढ़ व पश्चिमी यूपी के लिए बड़ा दिन है। आज राधाष्टमी है। हमारे संस्कार हैं, जब शुभ कार्य होता है तो अपने बड़े याद आते हैं।  प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं तो आज इस धरती के महान सपूत, स्वर्गीय कल्याण सिंह जी की अनुपस्थिति बहुत ज्यादा महसूस कर रहा हूं। आज कल्याण सिंह जी हमारे साथ होते तो राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय और डिफेंस सेक्टर में बन रही अलीगढ़ की नई पहचान को देखकर बहुत खुश होते। राजा महेन्द्र प्रताप सिंह सिर्फ भारत की आजादी के लिए ही नहीं लड़े। उन्होंने भारत के भविष्य की नींव में भी सक्रिय योगदान दिया था। उन्होंने अपने देश-विदेश की यात्राओं से मिले अनुभवों का उपयोग भारत की शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए किया। राजा महेन्द्र प्रताप ने वृंदावन में आधुनिक टेक्निकल कॉलेज को अपनी पैतृक संपत्ति को दान करके बनाया था। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के लिए जमीन भी राजा महेन्द्र प्रताप सिंह ने ही दी थी। आज मां भारती के अमर सपूत के नाम पर विश्वविद्यालय का निर्माण उन्हेंं सच्ची कार्याजंलि है। राजा महेन्द्र प्रताप सिंह जी के जीवन से हमें अदम्य इच्छाशक्ति, अपने सपनों को पूरा करने के लिए कुछ भी कर गुजरने वाली जीवटता सीखने को मिलती है। वह तो भारत की आजादी चाहते थे और अपने जीवन का एक-एक पल उन्होंने इसी के लिए समर्पित कर दिया था। उनकी गाथाओं को जानने से देश की कई पीढिय़ां वंचित रह गई।

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